Quotes by जैनेन्द्र कुमार [Jainendra Kumar]
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कहानी लिखी जाने और पढ़ी जाने से, बची जाने की चीज़ हो जाये तो समझ लीजिये कि वेग आएगा कि अवरोध? कहानी एक ऐसी चीज़ है कि लिखने वाले और पढ़ने वाले के बीच किसी बिचौलिये की आवश्यकता नहीं होती।
कहानी लिखी जाने और पढ़ी जाने से, बची जाने की चीज़ हो जाये तो समझ लीजिये कि वेग आएगा कि अवरोध? कहानी एक ऐसी चीज़ है कि लिखने वाले और पढ़ने वाले के बीच किसी बिचौलिये की आवश्यकता नहीं होती।